GETTING MY HORROR STORY IN HINDI TO WORK

Getting My Horror story in Hindi To Work

Getting My Horror story in Hindi To Work

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आत्मा के भाग जाने के बाद वॉटसन परिवार को सुकून मिला। जैनेट को आत्मा से आजादी मिल गई और घर में फिर से शांति छा गई। वारेन दंपति ने एक बार फिर अपने काम का सबूत दिया और सबको भय से मुक्ति दिलाने में सफल रहे। 

अचानक वह ठिठक गई। चारों तरफ़ नज़र घुमाकर उसने कुछ अनुमान लगाया। सर्द रात के ग्यारह बजे इस काली डरावनी ...

इस कैमरा में इसके अलावा कुछ नहीं था. दूसरा कैमरा में दो बजे रोज सारा के कमरे में गयी थी.

रात के अंधेरे में, जब पूरा शहर गहरी नींद में डूबा हुआ था, तभी एक झटके से विद्युत कटौती हो गई। सुदूर एक छोटे से गांव में स्थित एक पुरानी हवेली के अंदर एक अजीब सी हलचल मच गई। हवेली क...

आज मैं और जेंसी दोनों मोलिसा के घर पर जाने वाले हैं. आखिर मोली को क्या हुआ हैं, ये हम आपको वहीँ चलकर बताएँगे.

राजा की आत्मा ने युवक को अद्भुत जगहों की ओर ले जाया और वह विभिन्न अद्भूत रहस्यों का सामना किया। युवक को यह अनुभव होता है कि कब्रिस्तान रात के समय में ही अपनी असली सौंदर्य और रहस्यों को प्रकट करता है।

एक रात आर्यन के माता पिता शहर से बाहर थे और वह अपने घर में अकेला था। तभी उसको मोबाइल के रिंग होने की आवाज आती है।

बच्चे की get more info खबर सुनकर परिवार में सब लोग बहुत खुश थे। बस फिर एक दिन उस गांव में एक बहुत पुराना मंदिर होता है तो एक बार किशोर की पत्नी अपने बच्चे की पूजा के लिए उस मंदिर में जाती है। मंदिर में पूजा करने के बाद वह देखती है कि उस मंदिर के बाहर एक बहुत बड़ा सा पेड़ था। 

एक शाम युवा मोहन अपने खेतों की रखवाली कर रहा था। सूरज ढल चुका था और अंधेरा तेजी से फैल रहा था। अचानक उसे दूर झाडिय़ों में हलचल सुनाई दी। उसने मिट्टी का दीया जलाया, जिसकी रोशनी में एक भयानक छाया दिखाई दी। वह छाया विशाल थी। उसकी आंखें जलते हुए अंगारों की तरह चमक रही थी और उसके दांत नुकीले खंजर जैसे लग रहे थे। 

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हर व्यक्ति में कुछ अच्छाई होती है और जब हम उसमें ध्यान देते हैं तो हम अच्छाई को बढ़ावा दे सकते हैं।

इसके बाद क्या हुआ, इसका पता हम कैसे लगाये, यह हमको समझ नहीं आ रहा था.

हम दौड़कर मोली के कमरे में गए, मोली भी वहां नहीं थी.

यह कहानी एक सामाजिक विषय पर हैं, जो कि एक सकारात्मक सन्देश आप तक पहुंचाएगा. इस कहानी को जरा ध्यान से पढना, आप महसूस करेंगे की, यह सच्ची कहानी हो सकती हैं. इस कहानी में किरदार के रूप में एक डॉक्टर होता हैं.

राकेश – ये गुड़िया यहाँ कैसे? इसे तो मैंने थोडी देर पहले अलमारी में रखा था।

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